मातृभूमि-प्रतियोगिता हेतु

दिन-रविवार
दिनाँक-23/02/2020
आज का विषय- "मातृभूमि"

मातृभूमि का कर्ज चुकाने ,
जन्म लिया है तेरा बेटा ,
हर एक बूँद का कतरा-कतरा ,
लगा दूँगा माँ तेरे चरणों मे ,

माँ मै तेरे प्यारे हूँ ,
तेरे लिये ही जन्म लिया हूँ ,
मर जाऊँगा, मिट जाऊँगा ,
तेरे लिये अपनी दुनिया लुटा दूँगा ,

माँ तेरे द्वार मै ,
आया हूँ सम्प्रित होने ,
तेरे लिये मेरी दुनिया है ,
हर कर्ज चुका दूँगा माँ तेरा ,

मेरा जन्म सफल हो जायेगा ,
जब माँ मै तेरा कर्ज चुकता कर जाऊँगा ,
अपनी हर कतरा-कतरा जिवन ,
तेरे ही लिये न्योछावर कर दूँगा !

रचनाकार - रुपेश कुमार
शहर- चैनपुर, सीवान
राज्य- बिहार
मो०नं०- 9934963293
मौलिकता का प्रमाणपत्र- मैं घोषणा करता हूँ कि उपरोक्त रचना मौलिक एवम् स्वरचित है।साहित्य आँगन प्रबंधन इसमें कुछ सुधार करके प्रस्तुत कर सकता है।
धन्यवाद!

                      सुभेच्छु
           साहित्य आँगन परिवार

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